Gayatri Mantra in Hindi
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्वः।
तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात्॥
हिंदी में अर्थ:
- ॐ: परम ब्रह्म, सृष्टि की ध्वनि।
- भूर्भुवः स्वः: यह तीनों लोकों (पृथ्वी, अंतरिक्ष, स्वर्ग) का आह्वान है।
- तत्: वह परम तत्व।
- सवितुः: सूर्य, सृष्टि के उत्पत्ति स्रोत।
- वरेण्यं: जो पूजनीय है।
- भर्गः: दिव्य तेज, पवित्रता।
- देवस्य: दिव्यता का।
- धीमहि: हम ध्यान करते हैं।
- धियो: बुद्धि।
- यः: जो।
- नः: हमारी।
- प्रचोदयात्: प्रेरित करें।
गायत्री मंत्र के लाभ:
- आध्यात्मिक उन्नति: आत्मा को पवित्रता और ज्ञान प्राप्त होता है।
- बुद्धि का विकास: ध्यान और समझने की शक्ति बढ़ती है।
- सकारात्मकता: मानसिक शांति और ऊर्जा प्रदान करता है।
- स्वास्थ्य और शक्ति: शरीर, मन, और आत्मा का सामंजस्य बनाए रखता है।
- रक्षात्मक कवच: बुरी शक्तियों और नकारात्मकता से सुरक्षा।
जाप करने का सही तरीका:
- सुबह के समय (सूर्योदय के दौरान) और शाम को (सूर्यास्त के दौरान) गायत्री मंत्र का जाप करना सबसे शुभ माना जाता है।
- 108 बार जाप रुद्राक्ष माला के साथ करें।
- शांत मन और एकाग्रता के साथ मंत्र का उच्चारण करें।